वायरल मैसेज में कथित बैन की सच्चाई का पता लगाने के लिए हमनें सेंट्रल ड्रग स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (CDSCO)के जॉइंट ड्रग्स कंट्रोलर, डॉ कृष्णराजन बंगारुराजन से बात की, जिन्होनें बताया कि "Combiflam®, पेरासिटामोल 325 मिलीग्राम और इबुप्रोफेन 400 मिलीग्राम का संयोजन है, ये संयोजित दवा DCG (I) के द्वारा अक्टूबर 1984 से स्वीकृत है। और साथ ही यह दवाई फिक्स्ड डोज कॉम्बिनेशन (FDC) की प्रतिबंधित सूची में मौजूद नहीं है"
CDSCO की ओर से मिली इस जानकारी से ये ज़ाहिर होता है कि Combiflam बैन नहीं है, और इसके इस्तेमाल पर किसी भी प्रकार की कोई रोक नहीं है। CMARC के प्रवक्ता ने भी बताया कि CPR फ्लेगशिप प्रोजेक्ट की रिपोर्ट के अनुसार Combiflam® डॉक्टर्स के द्वारा निरंतर प्रेस्क्राइब भी की जा रही है।
अगर आप किसी भी प्रतिबंधित दवा की जानकारी पाना चाहते हैं तो नीचे दिये गए लिंक पर जा सकते हैं।
https://cdsco.gov.in/opencms/
दैनिक भास्कर की खबर के अनुसार सेंट्रल ड्रग स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन CDSCO समय-समय पर विभिन्न दवाइयों और कॉस्मेटिक्स प्रोडक्ट्स की गुणवत्ता, भ्रामकता और मिलावट आदि की जांच करती रहती है। मार्च 2017 में CDSCO की एक ऐसी ही जांच रिपोर्ट में कॉम्बिफ्लेम का नाम सामने आया था जिसमें अक्टूबर 2015 में बनी, A151195 बैच की कॉम्बिफ्लेम दवा में डिलेड डिसइंटिग्रेशन पाया गया था।
जिसका मतलब, उस बैच की दवाई में ब्रेकडाउन टाइम निर्धारित समय से ज्यादा था। इसके बाद कॉम्बिफ्लेम बनाने वाली कंपनी Sanofi India ने ज़िम्मेदारी भरा कदम उठाते हुए दवा की उस पूरी खेप को भारतीय मार्केट से हटा लिया था।
कंपनी द्वारा दवाई की खेप वापस मँगवाने की घटना के बाद कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर इसे दवाई के बैन होने की गलत ख़बर से जोड़ दिया जिसके बाद सही जानकारी के अभाव की वजह से लोग इस ख़बर से भ्रमित होने लगे और वायरल मैसेज के झाँसे में आने लगे थे।
Combiflam® बनाने वाली कंपनी Sanofi India का कहना है कि, "तथ्य यह है कि Combiflam® भारत में प्रतिबंधित नहीं है, और न ही कभी थी। यह एक सुरक्षित, विश्वसनीय और दर्द से राहत देने वाली एनाल्जेसिक दवा में से एक है। टेबलेट के कुछ बैचों में ‘delayed disintegration' का अनुभव किया गया। सामान्य भाषा में कहा जाए तो, उन्हें पूरी तरह से ब्रेकडाउन करने के लिए 15 मिनट के निर्धारित समय से अधिक समय लग रहा था। इससे कोई प्रतिकूल स्वास्थ्य परिणाम होने की संभावनाएँ न होने के बावजूद भी कंपनी ने आवश्यक कार्रवाई करते हुये दवाई के बैच वापस मँगवा लिए थे। इस कारण बीते कुछ समय से Combiflam® टैबलेट कुछ भ्रमित कर देने वाले सोशल मीडिया संदेशों का शिकार बन रही है,जिनमें कोई तथ्य या सच्चाई बिलकुल नहीं है सूचना और समाधान के लिए लोगों का इंटरनेट और सोशल मीडिया पर भरोसा करना आम होता जा रहा है। इसलिए ये सलाह दी जाती है कि दवा के बारे में सही जानकारी के लिए लोगों को हमेशा अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए।" - Sanofi India
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