गुस्से में गाली देने के ये फायदे जानकर आप हो जायेंगे हैरान
आपने अकसर देखा होगा कि मनुष्य गुस्से के समय मानसिक तनाव में रहता है। उस समय गुस्से में कई गालिया भी निकल देता हैं। और कई कई लोग आत्महत्या भी कर लेता है। वैसे तो गाली देना सभ्य समाज में अच्छा नहीं माना जाता है। लेकिन कई मौकों पर इससे इंसान को काफी फायदा भी होता है। जबकि गाली देने वाला इंसान स्वस्थ्य और जोश से भरा हुआ दिखाई देता है। आइये जानते हैं गुस्से में गाली देने के फायदे.....
शोध के अनुसार, जब कोई व्यक्ति को गुस्से में गाली निकलने की आदत होती हैं। यह आदत गाली नहीं देने वाले इंसान से ज्यादा जोशीला बना रहता है, क्योकि गाली देने से शरीर के अंदर जो गुस्से का दबाव होता है वह बाहर निकल जाता है।
-गाली शरीर में गुस्से के दौरान उत्पन्न होने वाले नुकसानदायक केमिकल को कम करता है और अधिक मात्र में बनने से भी रोकता है।
ज्यादा गुस्से में शांत रहने वालो को अकसर दिल में दबाव बनता है, जिससे हार्ट अटेक आने की सम्भावना बढ़ जाती है, जबकि गुस्से में गाली देने से अटेक से बचा जा सकता है।
-जब हम गाली देते हैं तब गुस्से की नकारात्मक ऊर्जा खत्म होने लगती है, और तनाव कम हो जाता है।
-अत्याचार की स्थिति में या लड़ाई की स्थिति में हमारे दिमाग पर मानसिक तनाव बढ़ता है, लेकिन जब हम उस स्थिति में जी भर कर गाली दे देते हैं तो गाली देने से मानसिक तनाव अपने आप कम होने लगता है।
-शोध मे पता चला है कि खुद को स्वस्थ रखना है तो क्रोध और तनाव की स्थिति में दिल खोल कर, जी भर कर, चिल्ला चिल्ला कर गाली दीजिये और तब तक गाली दीजिये जब तक आप संतुष्ट ना हो जाए। आपके दिमाग में नुक्सान दायक केमिकल बनना बंद ना हो जाए।
-गुस्से में रक्त का दबाव बढ़ता है और उससे सांस फूलने लगती है, जबकि गुस्से के समय गाली देते रहने से रक्त संचार संतुलित बना रहता है।
-गाली नहीं देने वाले इंसान से ज्यादा जोशीला बना रहता है, क्योकि गाली देने से शरीर के अंदर जो गुस्से का दबाव होता है वह बाहर निकल जाता है।
- जानकारी के अनुसार आपको बता दे की गुस्से के समय शांत रहने वाले इंसान को या तो अटेक आ जाता है, या तो डिप्रेशन का शिकार बनते जाता है। हर बात से चिढने लगता है, जबकि गाली देकर लड़ाई खत्म करने वाला बाद में शांत और खुश नज़र आता है।
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