शिलाजीत वियाग्रा की तरह काम नहीं करती लेकिन इसके लाभ क्या हैं?
करीमुद्दीन कहते हैं कि लोगों को शिलाजीत के बारे में बहुत सी ग़लतफ़हमियाँ हैं. दरअसल इसमें मौजूद खनिज तत्व शरीर की कमी को पूरा करते हैं "जिसकी वजह से शरीर की गर्मी बढ़ने की वजह से रक्त संचार तेज़ हो जाता है. लेकिन यह वियाग्रा की तरह काम नहीं करता."
इस्लामाबाद के रहने वाले डॉ. वहीद मेराज कहते हैं कि "इसमें आयरन, ज़िंक, मैग्नीशियम समेत 85 से अधिक खनिज तत्व पाए जाते हैं. इन सभी खनिज तत्वों की वजह से मनुष्य के शरीर में रक्त का संचार बढ़ जाता है और प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है."
वह आगे कहते हैं "इसके इस्तेमाल से मनुष्य के तंत्रिका तंत्र को ठीक रखने में भी सहायता मिलती है, जिसकी वजह से यह अलज़ाइमर, डिप्रेशन और दिमाग़ के लिए लाभदायक होता है."
डॉ. मेराज कहते हैं कि "चूहों पर किए गए टेस्ट से उनके शूगर लेवल पर भी सकारात्मक प्रभाव देखे गए हैं इस वजह से यह शूगर के इलाज में भी सहायक है."
इसके अलावा वह कहते हैं कि हड्डी और जोड़ के लिए भी बहुत लाभदायक है.
शिलाजीत के नुक़सान के बारे में भी वह कहते हैं कि "अच्छी तरह से फ़िल्टर न होना उसके नुक़सान में बढ़ोतरी करता है. इसका अधिक इस्तेमाल भी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है."
शिलाजीत का सही इस्तेमाल
करीमुद्दीन कहते हैं कि "इसे सूखे चने के दाने के बराबर और गर्म दूध के साथ मिलाकर लेना चाहिए. पचास साल के ज़्यादा उम्र के लोग रोज़ाना दो-तीन महीने तक इसका इस्तेमाल कर सकते हैं. जवान लोग सप्ताह में दो दिन से ज़्यादा इस्तेमाल न करें."
वह आगे कहते हैं कि ब्लड प्रेशर के मरीज़ इसका इस्तेमाल बिलकुल भी न करें.
"जब 86 खनिज तत्व पेट के अंदर जाते हैं तो वैसे भी ब्लड प्रेशर थोड़ा बढ़ जाता है. इसलिए जिनका ब्लड प्रेशर पहले से ज़्यादा हो तो वह बिलकुल भी इस्तेमाल न करें."
इनके अनुसार इसके आलावा दिल के मरीज़ को इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहि
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